गुनगुनाते हुए दिन थे,
कुछ मीठे कुछ तुम बिन थे.....
गलियों में फिरते,
सपनो में रहते,
जन्नत में संग हम थे....
आँखों में हर बात,
एहसास में हर पल पास,
कितने अच्छे हम संग थे....
शर्मीली शरारत हसीन प्यार,
आगोश में भी कई रंग थे,
गुनगुनाते हुए दिन थे,
जब जब हम संग थे....
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