इक बूँद से ये एहसास है....
कोई कैसे इतने पास है।
मेरी नज्मों का वो साज़ है....
अब हर पल वो मेरे साथ है।
अन्तरंग में एक छवि सी है सजी....
वो बूँद है मेरी आंखों में बसी।
संजोये है मेरी साँसे सजल....
बांधे है मेरी खुशियों के पल।
मासूम से मेरे अल्फाज़ है....
पर अब वो मेरी सरताज है।
इक बूँद से ये एहसास है....
कोई कैसे इतने पास है।
खूबसूरत अहसासात...
ReplyDeleteशुभकामनाएं.....
bahut khoobsoorat aur nazuk ehsaas ko lafz de diye aapne..............
ReplyDeleteaapko badhaai !
शुभकामनाएं
ReplyDeleteइक बूँद से ये एहसास है....
ReplyDeleteकोई कैसे इतने पास है।
Vaah..........khoobsoorat ehsaas hai aapki rachna mein..... lajawaab